नया साल आने के साथ ही हर कोई नए संकल्पों की बात करता है, लेकिन उचित योजना व दृढ़ निश्चय के अभाव में अधिकतर लोग उन पर खरे नहीं उतर पाते हैं। नए संकल्पों को मूर्त रूप ना दे पाने का एक महत्वपूर्ण कारण और भी है, और वह है टाइम मैनेजमेंट। दरअसल कामा कोविड-19 से आए व्यवहारी परिवर्तनों और अनिश्चितता से बचत व अनुरूप स्वास्थ्य जैसी चर्चाओं ने भी जन्म ले लिया है। इनका प्रबंधन, समय प्रबंधन से जुड़ा है।
1) कितना मायने रखता है एक घंटा
नए पुराने संकल्पों पर खरा उतरना तब तक संभव नहीं, जब तक कि आप प्रति घंटे की कीमत नहीं समझ पाते। इसके लिए दिनचर्या सूचीबद्ध करें। इससे समय की बचत कर पाएंगे और निर्णय क्षमता व आत्मविश्वास जैसे गुणों में वृद्धि होगी। आपको अपने पल-पल की कीमत समझ आने लगेगी तब आप अपने समय को बेकार जाने नहीं देंगे।
2) जिम्मेदारी की जानकारी हो
कैलेंडर टू डू लिस्ट सहित समय प्रबंधन के लिए बने दूसरे टूल्स इसलिए विकसित हुए क्योंकि अब सभी स्वतंत्र है और अपने समय प्रबंधन के लिए निजी फैसले ले सकते हैं। लेकिन स्वतंत्रता का अर्थ जिम्मेदारी से संबंध होता है। आता अपनी जिम्मेदारियां समझते हुए इनका बेहतर इस्तेमाल करें। आपको क्या करना है कैसे करना है और आप क्या कर चुके हैं उसकी जिम्मेदारी को आप समझे।
3) समय की अहमियत को समझें
ज्यादा पैसे कमाने के फेर में यह ना हो कि कहीं आप पास समय ही ना बचे। दिग्गज अमेरिकी निवेशक चार्ली मुंगेर इसे लेकर सीधे शब्दों में कहते हैं,"मेरा इरादा अमीर बनने का कभी नहीं था बल्कि सिर्फ स्वतंत्र होना है।"वास्तविकता यही है कि अधिकतर सीईओ पैसा तो बहुत कम आते हैं, लेकिन समय के मामले में भी बहुत पिछड़े होते हैं। कमाई के फेर में उलझे ना रहे। अपना समय सही जगह पर खर्च करें और सके तो कोशिश करें कि अच्छे काम में करें।
4) टालमटोल करने के रवैये से बचे
जब कभी टालमटोल करने का रवैया या विलंब हो तो समय प्रबंधन से पहले अपनी मानसिक ऊर्जा का स्तर पता करें। वास्तव में, कई बार हम समय प्रबंधन के अभाव से नहीं, बल्कि मानसिक ऊर्जा की कमी के कारण अपने लक्षणो की प्राप्ति मैं पीछे रह जाते हैं। पता खुद को ऊर्जावान बनाए रखें।
5) अपनी शर्तों के अनुसार काम करें
कनाडा के मॉन्ट्रियल स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ क्यूबेक में असिस्टेंट प्रोफेसर और समय प्रबंधन शोधकर्ता ब्रैंड इयान के अनुसार, "पहले की तुलना में समय प्रबंधन जटिल हुआ है, लेकिन अब बेहतर मौके भी मिल रहे हैं। हम आगे अपना जीवन अपनी शर्तों पर तैयार कर सकते हैं, जो कीमती हो।"शर्तें ऐसी हो जो आपके लक्ष्य को अब तक पहुंचने से रोके नहीं बल्कि वहां तक जाने का आपको रास्ता बताएं।
6) लक्ष्य व जरूरत ध्यान में रखे
समय प्रबंधन का एक लक्ष्य अपनी शर्तों पर जिम्मेदारियां पूरी करना है, ना कि उन्हें कोई काम मानकर निपटाना। समय प्रबंधन एक तरह से मूल्यों, विश्वास, मान्यताओं और जरूरतों के आधार पर सूची तैयार करने की योग्यता विकसित करे। जब इन बातों को ध्यान में रखकर कोई सूची तैयार करेंगे तो आपको टाइम मैनेजमेंट में आसानी होगी।
7) कार्य पर फोकस करना जरूरी
दिमाग का पूरी तरह इस्तेमाल कितना जरूरी है। इस विषय पर प्रेम साइंस इनोवेटर व ऑथर श्रीनी पिल्लई कहते हैं,"प्रोडक्टिव बने रहने के लिए दिमाग की फोकस वाहन फोकस सर्किट का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए।"वारेन बफे, बिल गेट्स जैसे दिग्गजों ने इस प्रक्रिया को अपनी मानसिकता के साथ ही अभ्यास में भी अपनाया। आपको यह पता होना चाहिए की आपके कार्य पर फोकस रहना आपके लक्ष्य को प्राप्त करने का एकमात्र साधन है।
8) स्मार्ट तरीका"ड्राइ प्रिंसिपल"
ड्राई माने "डोंट रिपीट योर सेल्फ"। जैसे ईमेल भेजते हुए सिर्फ शब्द बदल जाते हैं, उसकी संरचना नहीं, जो स्मार्ट तरीका नहीं है। इसलिए आप जो करते हैं, उन विषयों को पहले नोट कर ले। कुछ काम ऐसे भी होते हैं जिनका प्लान नहीं बना होता और जो गैर जरूरी भी होते हैं। उनकी लिस्ट बनाएं और उन्हें हटाए।
9) कठिन कार्यों को पहले करें
लक्ष्य प्राप्ति में सबसे बड़ी खामी अगर कहीं होती है तो वह है इसकी कठिनाइयों को अंत में रखना। ध्यान रखें, किसी भी रेजोल्यूशन को पूरी तरह से प्राप्त करने के लिए उसके सबसे कठिन पहलुओं या उसकी राह में आने वाली कठिनाइयों पर सबसे पहले काम करें। इन्हें टालने से आपके कार्य क्षमता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। इसलिए कोशिश करें कि जितने भी कठिन कार्य हैं वह कार्य शुरू करते ही कर ले तो आगे का रास्ता आपके लिए और आसान हो जाएगा।
10) रेशेड्यूल करना
जरूरी नहीं कि हर बार ही लक्ष्य प्राप्त करने के लिए तैयार किए गए टाइम टेबल के अनुसार चला जा सकता है। इसमें दूसरी समस्याओं से बदलाव की जरूरत पड़ सकती है। योजनाओं को फिर से रीशेड्यूल करें। खास बात यह है की इन योजनाओं पर काम करना शुरू करने के लिए किसी विशेष तारीख का इंतजार ना करें। जब मौका मिले शुरू कर दें। इससे वर्ष के किसी भी दिन को स्पेशल बनाया जा सकता है। सकारात्मक रहते हुए पूरा किया जा सकता है हर काम।
11) ब्रेक लेना अनिवार्य
संकल्प पर खरा उतरना कहीं ना कहीं ज़हन में इतना घर कर लेता है कि यह कई बार दिमाग में गैरजरूरी बोझ बढ़ाता है। अतः इससे बचने के लिए ब्रेक जरूर ले और इस ब्रेक को अनिवार्य बनाए। ध्यान रखें कि लगातार काम करने से कार्य क्षमता घटने लगती है। साइकोलॉजी प्रोफेसर एलेजांद्रो लेरास (अमेरिका) की ओर से 2011 में की गई एक स्टडी के अनुसार,"किसी टास्क पर लगातार ध्यान केंद्रित करना परफारमेंस कमजोर करता है।"एक ही लक्ष्य पर फोकस करते हुए लगातार काम कर पाना सभी के लिए संभव नहीं होता। इसलिए दिन, सप्ताह और वर्ष के अनुसार भी छोटे छोटे ब्रेक जरूर ले।
12) 3 गुण विकसित करें
टाइम मैनेजमेंट पर आधारित एक हावर्ड बिजनेस रिव्यू के अनुसार एक अच्छे टाइम मैनेजर में 3 खास गुण होने चाहिए पहला जागरूक बने, दूसरा व्यवस्थित रहे और तीसरा हर स्थिति के लिए तैयार रहें। इन तीनों के साथ अच्छे से समय प्रबंधन कर सकते हैं। इन के तहत समय प्रबंधन के कारणों के लिए जागरूक रहना बहुत जरूरी है। इसके साथ ही प्राथमिकता के आधार पर सूची तैयार करना दूसरी बात है और तीसरी महत्वपूर्ण बात, बहुत सी बाधाएं होने के बावजूद उन्हें अनुकूलता में ढालना।